भगवान जिन्हें हर कोई पाना चाहता है उनके प्रेम में खोना चाहता है और उन्ही का हो जाना चाहता है। भगवान को प्राप्त करने का सबसे आसान रास्ता है उनका ध्यान करना। यदि आप भी जानना चाहते है कि भगवान का ध्यान कैसे करे तो इस लेख को पूरा पढ़े।
भगवान का ध्यान करने का तरीका
ध्यान लगाने के लिए सबसे जरूरी है मन मे भगवान के प्रति भक्ति का भाव होना और यदि आप मे ये है तो आपका मन स्वयं ही परमात्मा में रमने लगेगा।
ध्यान में उतरने के लिए आप जिस किसी भी भगवान को मानते है उनका एक विग्रह या मूर्ति ले और उनके सामने बैठ जाए और उन्हें एक टक भाव से निहारते रहे मन को एकदम शिथिल हो जाने दे उसमें और कोई भाव न आने दे। भगवान के विग्रह को ऊपर से नीचे तक भक्ति भाव के साथ देखे और धीरे – धीरे आंखे बंद करे और मन मे भी उसी विग्रह को देखे जब मन विचलित होने लगे या भटकने लगे तो आंखे खोलकर भगवान की मूर्ति को देखे।
यदि आप प्रतिदिन ऐसा अभ्यास करेंगे तो आपका मन ध्यान में लगने लगेगा और कुछ दिनों बाद आपको भगवान के विग्रह की भी जरूरत नही होगी आप जब आंखे बंद कर ध्यान लगाएंगे आपके सामने भगवान का विग्रह स्वतः आ जायेगा और आपका ध्यान भी नही भटकेगा।
ध्यान लगाना कोई काम नही है यह तो परम आंनद प्राप्त करने की एक प्रक्रिया है एक साधना है जिसमे साधक अपने ईष्ट की साधना करता है उनको अपना सबकुछ समर्पित कर देता है उनको अपने मन मे बसा लेता है।
नए साधक के मन मे शुरुवात में ध्यान लगाते समय भटकाव उत्पन्न हो सकता है लेकिन यदि आप प्रतिदिन शांत चित्त होकर मन मे अपने ईष्ट की आराधना करेंगे तो आप स्वयं ही अनुभव करेंगे कि आपका जुड़ाव भगवान की ओर बढ़ने लगा है।
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